सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने पाकिस्तान से संबंधों पर विस्तार से अपनी बात रखी है. उनका कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बहुत अच्छे संबंध हो सकते हैं.
दोनों देशों के बीच सीजफायर और एलओसी को लेकर लंबे समय से सहमति बनी हुई है, इस पर भारत के सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि, “भारत पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध रखने के लिए तैयार है, लेकिन उन्हें (पाकिस्तान) पहले आतंकवाद के समर्थन और जम्मू-कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने के प्रयासों पर लगाम लगानी होगी.”पाकिस्तान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि, जब आपका पड़ोसी देश अस्थिर होता है, तो यह आपके लिए मददगार साबित नहीं होता. हमारे पड़ोस में अस्थिरता मदद नहीं करती है.
चीन को लेकर उन्होंने कहा, पूर्वी लद्दाख के सामने चीनी सैनिकों की संख्या 8,000 से बढ़कर 60,000 हो गई है और हमने भी लगभग इतने सैनिकों को तैनाती किया है. भारतीय सेना भविष्य में चीनी सैनिकों से मुकाबला करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है.”
जून 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों में 20 भारतीय जवान मारे गए थे इसपर उन्होंने कहा-
“हम पिछले दो सालों से चीन के कदम के बारे में खुद से यह सवाल पूछ रहे हैं, लेकिन यह समझ नहीं पा रहे हैं कि यह (गलवान घटना) क्यों हुआ. क्या यह आंतरिक या बाहरी कारणों की वजह से हुआ या फिर कोरोना महामारी के दबाव के कारण चीन ने यह कदम उठाया? हमें नहीं पता.”