इसमें कोई शक नहीं दालचीनी सेहत के लिए बहुत गुणकारी होती है अगर इसका सेवन सीमित मात्रा में और हकीम के परामर्श से किया जाए तब वर्ना यह जान के लिए खतरे की वजह भी बन सकती है. चलें जान लेते हैं ये कुछ बातें :
अक्सर दालचीनी जो एक सुगंधित मसाला है हर घर की रसोई में मौजूद होता है . दालचीनी यानी (cinnamon) का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है. इस मसाले की खास बात ये है कि इसे सिर्फ रसोई में ही इस्तेमाल नहीं किया जाता है बल्कि कई तरह की औषधियों एवं रोगों के इलाज में भी दालचीनी उपयोगी होती है.
दारचीनी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी डायबिटिक, सिनामलडिहाइड, सिनामिक एसिड, एंटी-माइक्रोबियल और फाइटोकेमिकल्स के गुण पाए जाते हैं जो कैंसर और डायबिटीज समेत कई बीमारियों में फायदेमंद होते हैं. लेकिन कुछ हालात में दालचीनी नुकसान भी करती है. आइए जानते हैं कि किन लोगों को दालचीनी का सेवन नहीं करना चाहिए .
लीवर फेलियर का कारण
दालचीनी के अधिकांश प्रकार में लगभग 5 प्रतिशत कुमरिन (Coumarin) होता है, इसलिए इसका ज्यादा सेवन लीवर फेलियर का कारण बन सकता है.
समय से पहले प्रसव
गर्भावस्था में कुछ महिलाओं को दालचीनी के सेवन से अपच और पेट दर्द की समस्या से छुटकारा पाने में मदद मिलती है, लेकिन इसे गर्भावस्था (pregnancy) के दौरान नहीं लिया जाना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि यह गर्भाशय में संकुचन पैदा कर सकता है, और कुछ मामलों में तो यह समय से पहले प्रसव का कारण भी बनता है.
डायबिटीज की समस्या
विशेषज्ञ की मानें तो अगर डायबिटीज (diabetes) से पीड़ित व्यक्ति दवा ले रहा है, तो उसे दालचीनी का सेवन नहीं करनी चाहिए. इसमें पाए जाने वाले यौगिक ब्लड शुगर के स्तर निम्न कर सकता है. इससे चक्कर और बेहोशी का खतरा बढ़ जाता है.
मुंह में छाले की समस्या
मुंह में छाले एक सामान्य समस्या है. यह एलर्जिक अभिक्रिया की वजह से होता है. अगर आपको मुंह में छाले अक्सर निकल आते हैं, तो दालचीनी से परहेज करें.
सावधान:अगर आपको ये समस्याएं हैं तो Plss दालचीनी का सेवन Avoid करें