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Gujarat Polling: इस बार सबसे कम मतदान का क्या होगा अंजाम?

Gujarat Polling: इस बार सबसे कम मतदान का क्या होगा अंजाम?

Gujarat Election 2022 : विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के पूरे होने के बाद मंगलवार को चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 65.3 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।

Gujarat Election 2022 : गुजरात विधानसभा के दो चरणों में हुए चुनावों में कुल 64.33 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। यह पिछले दस साल में प्रदेश के विधानसभा चुनावों में सबसे कम वोटिंग प्रतिशत है। विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के पूरे होने के बाद मंगलवार को चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 65.3 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। पहले चरण के 63.14 प्रतिशत के साथ मिलाकर कुल मतदान प्रतिशत 64.33 हो गया। जो 2012 में दर्ज किए गए 71.02 प्रतिशत और 2017 के 69.01 प्रतिशत से कम है।

दस साल में घटते मतदान के साथ घट रहीं बीजेपी की सीटें

गुजरात चुनाव में कम मतदान दर्ज होने के सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि कम मतदान के साथ-साथ भाजपा द्वारा जीती जाने वाली सीटों की संख्या भी कम हो गई है। बीजेपी ने 2012 में 117 सीटें जीती थीं उस वक्त 70 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई थी। 2017 तक भाजपा की सीटें घटकर 99 रह गईं। उन्होने कहा कि इस चुनाव में हम कुछ करीबी मुकाबले वाली सीटों को खो सकते हैं। कांग्रेस ने चुनाव से पहले 125 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था। हम 110 सीटें हासिल कर एक्ज़िट पोल को गलत साबित कर देंगे।

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भाजपा के रिकॉर्ड संख्या में सीटें जीतने का भरोसा जताते हुए पार्टी प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा कि शादी के मौसम के कारण मतदान प्रतिशत कम है। लेकिन भाजपा के मतदाताओं ने बाहर आकर मतदान किया है और हम रिकॉर्ड संख्या में सीटें जीतेंगे।

कहां कितना मतदान

गुजरात चुनाव में सबसे अधिक 86.91 प्रतिशत मतदान बनासकांठा जिले के थराद में दर्ज किया गया है। जो 2017 में दर्ज 86.15 प्रतिशत से थोड़ा बेहतर है। सबसे कम 50.15 प्रतिशत मतदान दाहोद की गरबाडा सीट पर दर्ज किया गया। थराद न केवल एक सीट है जहां बनास डेयरी के अध्यक्ष और पूर्व भाजपा मंत्री शंकर चौधरी और कांग्रेस विधायक गुलाबसिंह राजपूत के बीच मुकाबला है।

थराद के अलावा बनासकांठा जिले के डीसा के पड़ोसी विधानसभा क्षेत्र जहां चुनावों की घोषणा से पहले एक भारतीय वायुसेना के हवाई अड्डे के निर्माण का वादा किया गया था में भी 2017 की तुलना में अधिक मतदान हुआ है। दीसा में 73.94 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया वहीं धानेरा में 75.63 प्रतिशत मतदान हुआ। बनासकांठा जिले की नौ में से तीन सीटों पर 2017 से बेहतर आंकड़े दर्ज किए गए हैं। गांधीनगर जिले की कलोल सीट और खेड़ा जिले की थसरा अन्य दो सीटें हैं जहां 2017 के चुनावों की तुलना में दूसरे चरण में मतदान प्रतिशत अधिक था।

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सोमवार को जिन 14 जिलों में मतदान हुआ उनमें सबसे ज्यादा मतदान बनासकांठा जिले में हुआ। हालांकि यह 72.24 प्रतिशत था, लेकिन 2017 में 75.92 प्रतिशत से कम मतदान हुआ था। अहमदाबाद जिले में सबसे कम 58.49 प्रतिशत मतदान हुआ है। 2017 में, मतदान प्रतिशत 66.69 प्रतिशत था। दाहोद और छोटा उदेपुर आदिवासियों के लिए अधिकतम आरक्षित सीटों वाले दो जिलों में भी कम मतदान देखा गया। दाहोद में 60.07 प्रतिशत और छोटा उदेपुर में 66.54 प्रतिशत मतदान हुआ। 2017 में दाहोद में 66.84 प्रतिशत और छोटा उदेपुर ने 70.96 प्रतिशत दर्ज किया

 

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