मध्यप्रदेश और मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफी का फाइनल मैच खेला जा रहा है. मुकाबले में शुक्रवार को तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक मध्यप्रदेश ने अपनी पहली पारी में 3 विकेट खोकर 368 रन बनाए. स्टंप्स के समय रजत पाटीदार 67 जबकि आदित्य श्रीवास्तव 11 रन बनाकर क्रीज पर जमे थे. मध्यप्रदेश अभी मुंबई से पहली पारी के आधार पर महज 6 रन पीछे है. मुंबई ने पहली पारी में 374 रन बनाए थे.
इससे पहले 24 वर्षीय सरफराज खान के शानदार शतक से 41 बार के चैंपियन मुंबई ने 374 रन का स्कोर खड़ा किया. सरफराज ने 2021-22 सीजन का चौथा शतक जड़ते हुए 243 गेंद में 134 रन की पारी खेली. मध्य प्रदेश ने इसके जवाब में दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 123 रन बनाकर अच्छी शुरुआत की. दूसरे दिन का आकर्षण सरफराज रहे जो मौजूदा सीजन में सिर्फ छह मैच में 937 रन बना चुके हैं. मुंबई की टीम अगर इस मैच में दोबारा बल्लेबाजी करती हैं तो उनके पास सीजन में 1000 रन बनाने का मौका होगा. सरफराज ने अपनी पारी में 243 गेंद का सामना करते हुए 13 चौके और दो छक्के मारे.मुंबई ने दूसरे दिन पहले ओवर में ही शम्स मुलानी (12) का विकेट गंवाया जिन्हें गौरव यादव (106 रन पर चार विकेट) ने पगबाधा किया. सरफराज ने ढीली गेंदों को सबक सिखाया जिससे मध्य प्रदेश के कप्तान आदित्य श्रीवास्तव को क्षेत्ररक्षकों को फैलाना पड़ा.
सरफराज अब परिपक्व हो चुके हैं और 2019-20 (तब 928 रन) सत्र से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. करियर के शुरुआती समय की अनुशासनात्मक समस्याओं से भी वह उबर चुके हैं जिसके कारण उन्हें एक सीजन के लिए मुंबई को छोड़कर जाना पड़ा था. आसमान में छाए बादलों के बीच गेंद मूव कर रही थी लेकिन बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच पर सरफराज एक छोर पर डटे रहे.सरफराज ने इस सीजन का चौथा शतक जड़ा
मध्य प्रदेश के कप्तान आदित्य श्रीवास्तव ने बाउंड्री रोकने के लिए क्षेत्ररक्षकों को फैलाने के बावजूद सरफराज ने तेज गेंदबाज अनुभवी अग्रवाल पर डीप एक्स्ट्रा कवर और डीप प्वाइंट के बीच से चौका जड़ा. उन्होंने टी20 शैली में विकेटकीपर के सिर के ऊपर से स्कूप करके चार रन बटोरे.
सरफराज ने 97 रन के स्कोर पर गेंदबाज के सिर के ऊपर से चौका जड़कर शतक पूरा किया जबकि लांग आन और लांग आफ पर क्षेत्ररक्षक खड़े थे.
सरफराज खान ने टीम इंडिया दरवाजा खटखटाया
भारतीय टेस्ट टीम के मध्यक्रम में अभी जगह नहीं है लेकिन जिस तरह सरफराज बल्लेबाजी कर रहे हैं अगर मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के शब्दों में कहें तो वह टीम में चयन के लिए दरवाजा नहीं खटखटा रहे बल्कि जोरदार धमाका कर रहे हैं.
सरफराज ने चार छोटी लेकिन प्रभावी साझेदारियां की. उन्होंने सातवें विकेट के लिए तनुष कोटियान (15) के साथ 40, धवल कुलकर्णी (01) के साथ आठवें विकेट के लिए 26, तुषार देशपांडे (06) के साथ नौवें विकेट के लिए 39 और मोहित अवस्थी (07) के साथ अंतिम विकेट के लिए 21 रन जोड़े.