बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 16 जिलों की 71 सीटों पर प्रचार आज शाम समाप्त हो गया। यहां बुधवार को वोट डाले जाएंगे। इस चरण में कई सीटें नक्सली हिंसा से प्रभावित हैं और सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील हैं।
इस चरण में दो करोड 14 लाख मतदाता एक हजार 66 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। गया जिले में सबसे अधिक 29 लाख 49 हजार मतदाता हैं जो दस सीटों पर एक सौ 72 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।

इस चरण में एनडीए गठबंधन में शामिल भारतीय जनता पार्टी 29 सीटों पर, जनता दल यूनाइटेड 35, हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा 6 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि विकासशील इन्सान पार्टी का एक उम्मीदवार मैदान में है। दूसरी ओर, महागठबंधन में शामिल पार्टियों में राष्ट्रीय जनता दल के 42 उम्मीदवार जबकि कांग्रेस के 21 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। महागठबंधन के अन्य दलों में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और मार्क्सवादी लेनिनवादी के आठ उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी 41 सीटों पर चुनाव लड रही है और उसने कई बागी नेताओं को भी टिकट दिए हैं। उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के 40 उम्मीदवार मैदान में हैं। पहले चरण के प्रचार में बेरोजगारी और विकास मुख्य मुद्दा रहे।