दोआबा की धरती फतेहपुर मे दिखा आपसी सौहार्द का मनमोहक नज़ारा
मुकेश यादव की विशेष रिपोर्ट
KANPUR;;//10/09/19: आज दोपहर 2:00 बजे हरिहरगंज पुलिस चौकी के समीप बांदा सागर रोड पर गाँधी , मौलाना आज़ाद , ज्योति बा फूले ,और भगत सिंह सुभाष चंद्र बोस व् अशफ़ाक़ उल्लाह खान का भरता दिखाई दिया , वो भारत जिसकी कामना और इंतज़ार देश की अम्न पसंद अवाम को एक आरसे से था ।
जिन जिन लोगों की आंखों ने यह नजारा देखा उनका दिल फतेहपुर के इस आपसी भाईचारे को देखकर प्रसन्न हो गया , और हर दर्शक के मुख से निकला काश हमारा भारत वापस इसी डगर पर आजाये तो देश सोने की चिड़िया बन सकता है ।
यह दिलकश नज़ारा उस वक़्त का है जब गणेश महोत्सव और ताजिया दोनों का उत्सव एक साथ मनाया जा रहा था महिलाओं की कुछ टुकड़ी और नव युवकों की एक टोली गाजे-बाजे के साथ गणेश भगवान की प्रतिमा को लेकर रंग और गुलाल उड़ाते हुए वर्मा चौराहा स्थित साईं मंदिर के लिए जयकारे लगाते हुए जा रहे थे , उनके पीछे 10 कदम की दूरी पर चौकी प्रभारी उप निरीक्षक बृजेश सिंह पैदल भीड़ के बीच में यातायात व्यवस्था को देख रहे थे और जयकारे लगा रहे युवकों महिलाओं को सड़क पर व्यवस्थित ले जा रहे थे ।
लेकिन फतेहपुर की धरती को उस समय गौरव प्राप्त हुआ जब एक अद्भुत और सद्भाव व् सांप्रदायिक सोहाद्र का अजीबो गरीब नज़ारा देखने को मिला ,जब चौकी प्रभारी हरिहरगंज बृजेश सिंह के पीछे चंद कदम की दूरी पर मुस्लिम युवकों की टोली या हुसैन के नारे लगा रहे थे और हाथों में तलवार और लोहे की ज़ंजीरें लिए हुसैन और उनके परिवार के त्याग को याद करके मातम कर रहे थे ।
दोनों धर्मों के लोग अपने रब और परमेश्वर को नमन कर रहे थे कोई रंग गुलाल उड़ाकर उसकी भक्ति में विलीन था तो कोई अल्लाहु अकबर के नारे लगा कर उस रब की महिमा बयाँ कर रहा था जिस रब और निरंकारी ने दोनों समुदायों के इंसानों को रात की तारीकी के बाद दिन की रौशनी आता की थी ।
मुस्लिम युवकों की अगुवाई राधा नगर चौकी प्रभारी हेमेंद्र प्रताप सिंह कर रहे थे , इस पूरे सुन्दर प्रकरण में जहाँ एक ओर दोनों समुदायों का आपसी प्यार और सहनशीलता व स्नेह दिख रहा था वहीँ दूसरी ओर पुलिस प्रशासन की सतर्कता एवं निष्पक्षता सराहनीये थी , जिसकी आज के भारत को बेहद ज़रुरत है ।
जिस ने इस सुंदर दृश्य को देखा उसी ने दोनों धर्मों के लोगों एवं पुलिस प्रशासन की तारीफ खूबसूरत अन्द्दाज और तालमेल के साथ पूरे जश्न उत्सव को प्रसन्नता के साथ संपन्न करने में अपनी भूमिका निभाई ।
बता दें कि कुछ दिन पहले शहर के ही चौक में भारत विरोधी नारे लगाने की भी खबरें चली थी जिसका पुलिस ने खंडन किया यह दृश्य उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो इस दोआबा और देश के आपसी सोहाद्र व् सांप्रदायिक सद्भाव तथा शांति और अम्न को मिटाने की कोशिश करते हैं।
( TOP Special Report)