विपक्ष के हंगामे के बीच संसद की कार्यवाही स्थगित, मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- हम नोटिस देते हैं तो कर दिया जाता है रिजेक्ट
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आज बजट सत्र का तीसरा दिन है। गुरुवार सुबह लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिस वजह से स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। कुछ ऐसा ही नजारा राज्यसभा में देखने को मिला। यहां सभापति जगदीप धनखड़ ने सांसदों द्वारा हंगामा मचाए जाने पर राज्यसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आर्थिक दृष्टि से देश में जो घटनाएं हो रही हैं उसे सदन में उठाना है इसलिए हमने एक नोटिस दिया था।
सदन स्थगित होने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभी पार्टियों के नेताओं ने मिलकर एक फैसला लिया है कि आर्थिक दृष्टि से देश में जो घटनाएं हो रही हैं उसे सदन में उठाना है इसलिए हमने एक नोटिस दिया था। हम इस नोटिस पर चर्चा चाहते थे लेकिन जब भी हम नोटिस देते हैं तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि हमने तय किया कि सदन में इस पर चर्चा करेंगे कि जिनका पैसा LIC में है या अन्य संस्थानों में है वो कैसे बर्बाद हो रहा है। लोगों का पैसा चंद कंपनियों को दिया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट आने से कंपनी के शेयर्स गिर गए हैं।
क्या है विपक्ष की मांग
मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में विपक्ष के नेताओं ने अडाणी ग्रुप से जुड़े मामले में JPC जांच या फिर CJI द्वारा नियुक्त किए गए पैनल के जरिए जांच करवाने की मांग की। कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश ने कहा कि दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया क्योंकि सरकार LIC, SBI और अन्य सार्वजनिक संस्थानों द्वारा किए गए जबरन निवेश की जांच के लिए संयुक्त विपक्ष की मांग से सहमत नहीं थी।