
देवेंद्र यादव
Kota Rajasthan
क्या बिहार में कॉन्ग्रेस और आरजेडी का गठबंधन टूटेगा ?
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बिहार में विधानसभा के 2 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, इस उपचुनाव ने ही कांग्रेस और आरजेडी के गठबंधन को टूटने की चर्चा को बल दिया है, क्योंकि दोनों सीटों पर कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीटों पर समझौता नहीं हुआ, और समझौता नहीं होने के कारण कांग्रेस और आरजेडी दोनों ही सीटों पर अपने अपने उम्मीदवार मैं उतार दिए हैं ! गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आरजेडी अलग-अलग सीटों पर लड़कर जेडीयू से चुनाव हारी थी, यदि गठबंधन के धर्म की बात करें तो उपचुनाव में कांग्रेस और आरजेडी को अपनी खोई हुई सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ना था, मगर ऐसा नहीं हुआ आरजेडी ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए और कांग्रेस ने भी यही किया उसने भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए !
अब सवाल यह खड़ा होता है कि बिहार में 243 विधानसभा सीटों पर गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आरजेडी के बीच में हुआ चुनावी गठबंधन, मात्र 2 सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर कैसे टूट जाएगा ?
राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कॉन्ग्रेस और आरजेडी के बीच में हुआ गठबंधन, नया नहीं है बल्कि यह गठबंधन आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के बीच हुआ एक मजबूत और पुराना गठबंधन है, इसलिए यह गठबंधन इतने आराम से नहीं टूट सकता इसकी वजह यह भी है कि यदि कांग्रेस उपचुनाव में दोनों सीटें जीत भी जाती है तो भी कांग्रेस बिहार में ना तो अपनी सरकार बना सकती है और ना ही ऐसी कोई परिस्थिति नजर आ रही है की कॉन्ग्रेस किसी अन्य पार्टी को समर्थन देकर उसकी सरकार बनवा सके ! यदि बिहार में कांग्रेस नए गठबंधन की बात करें तो बिहार में आरजेडी और जेडीयू के अलावा और कोई मजबूत पार्टी भी इस समय नहीं है, और जेडीयू भाजपा से मिलकर सरकार चला रही है यदि जेडीयू भाजपा से गठबंधन तोड़ भी दे तो भी जेडीयू कांग्रेस से गठबंधन कर अपनी सरकार नहीं बचा पाएगी क्योंकि कांग्रेस के पास केवल 19 विधायक हैं !
यदि बिहार की राजनीतिक परिस्थितियों की बात करें तो, देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा केंद्र मैं अपनी सरकार और राज्य में गठबंधन सरकार का हिस्सा होने के बाद भी बिहार में अपनी सरकार नहीं बना पाई, उसे भी अपनी अधिक सीट होने के बावजूद भी जेडीयू की सरकार बनवाने पड़ी ! एक चर्चा यह भी सुनाई दे रही है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच हुआ गठबंधन बिहार में टूटने के कगार पर खड़ा है, जबकि आरजेडी से कांग्रेस का गठबंधन लालू प्रसाद यादव और श्रीमती सोनिया गांधी के बीच हुआ था जो अभी भी मजबूत दिखाई दे रहा है क्योंकि आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि भा जा पा का विकल्प राष्ट्रीय स्तर पर केवल कांग्रेस हैं ! ऐसे में कांग्रेस और आरजेडी के बीच गठबंधन के टूटने की चर्चा कहां तक उचित है! जबकि दोनों पार्टियों के लिए एक दूसरे का साथ महत्वपूर्ण है, दोनों ही पार्टियों का लक्ष्य 2024 मैं भा जा पा को हराना है !
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