” बिहार चुनाव 2020 “भाजपा से बेर नहीं,जेडीयू की खेर नहीं
इस बार बिहार में BJP की रहेगी यह रणनीति , कोई न जान पाया इस राज़ को
चुनाव आयोग के एलान की तारीखें गिन रहे नेता, विधानसभा सीटों की गिनती करने में भी जुट गए हैं !कौन सा दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा’, और कौन सा दल किस दल से समझौता करेगा !सीटों के जोड़-तोड़ का गणित अब लगभग फाइनल स्टेज पर है !
इसी बीच, बिहार चुनाव को लेकर, लोक जन शक्ति पार्टी का सबसे बड़ा सस्पेंस भी अब समाप्त होने की दिशा में बढ़ता नजर आ रहा है !
सोमवार 7 सितंबर को लोक जनशक्ति पार्टी ने अपनी पार्लियामेंट्री कमेटी की मीटिंग में तय किया है कि वह बिहार विधान सभा के चुनाव में अपने 143 उम्मीदवार खड़े करेगी, इससे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि बिहार चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी एनडीए और यूपी ए दोनों ही गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी, ऐसे में क्या बिहार विधानसभा चुनाव में त्रिकोण गठबंधन बनेगा, क्योंकि बिहार में एनडीए और यूपीए पहले से ही मौजूद हैं ऐसे में क्या रामविलास पासवान तीसरा गठबंधन खड़ा करेंगे यह एक सवाल है !
बिहार चुनाव मैं लोक जनशक्ति पार्टी को लेकर एक सस्पेंस तो लगभग खत्म हो गया लेकिन, बिहार की राजनीति में वर्तमान और भविष्य को लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है और सस्पेंस भी लोक जनशक्ति पार्टी को लेकर ही है, सस्पेंस यह है कि लोक जनशक्ति पार्टी जिन 143 सीटों पर चुनाव लड़ेगी वह सीटें कौन-कौन सी होंगी, क्या लोक जनशक्ति पार्टी समझौते में आई भा जा पा की सीटों पर भी अपने उम्मीदवार खड़े करेगी या फिर वह ज्यादा उम्मीदवार जेडीयू के खिलाफ खड़े करेगी?
जेडीयू लगभग 116 और भाजपा लगभग 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, यह तो रही वर्तमान राजनीति की बात भविष्य की राजनीति का सस्पेंस महत्वपूर्ण है क्या भाजपा लोक जनशक्ति पार्टी के सहारे पहली बार बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाने का सपना देख रही है, बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी के एनडीए से नाता तोड़ना, लोक जनशक्ति पार्टी के स्वयं चुनाव लड़ना और इस पर भाजपा की चुप्पी यह संकेत दे रही है कि भाजपा लोक जनशक्ति पार्टी से चुनावी गठबंधन नहीं कर चुनाव के बाद गठबंधन करने की रणनीति पर शायद काम कर रही है.
लोक जनशक्ति पार्टी लंबे समय से नीतीश कुमार सरकार को कटघरे में खड़ा करती आई है , इससे संकेत मिलते हैं कि विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी के लिए ” भा ज पा से बेर नहीं, जेडीयू तेरी खेर नहीं का नारा बुलंद होगा, यह तो वक्त बताएगा लेकिन भा जा पा बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाने के लिए उत्सुक नजर आ रही है, और इस सपने को केवल लोक जनशक्ति पार्टी ही पूरा कर सकती है !
लेखक जाने माने पत्रकार एवं राजनितिक विशेषज्ञ हैं