उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी को फिर से झटका लगा है। कर्नल अजय कोठियाल और पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय के बाद तीन सौ से अधिक पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया है।
पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भेजे गए इस्तीफे में पदाधिकारियों ने वर्तमान में जिस तरह से संगठन काम रहा है। उससे ऐसा लगता है कि उत्तराखंड में आप का कोई भविष्य नहीं है। पार्टी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय के माध्यम से तीन सौ से अधिक पार्टी के पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भेजा है।
पार्टी छोड़ने वालों में पूर्व प्रवक्ता नवीन पिरशाली, सैनिक प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष कर्नल सुनील कोटनाला समेत विधानसभा और जिलों के पूर्व पदाधिकारी शामिल हैं।
उपाध्याय ने कहा कि आम आदमी पार्टी की नीतियों पर भरोसा जता कर जिन पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने संगठन की मजबूत के लिए काम किया। पार्टी की कथनी और करनी में अंतर है। जिससे आहत होकर 90 प्रतिशत पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी है। जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।उत्तराखंड में पार्टी की जो हार हुई है। उसके लिए पार्टी के कुछ लोग जिम्मेदार हैं। पूर्व प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने कहा कि पार्टी में संगठन और सिस्टम नाम की कोई चीज नहीं है। जिससे उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला लिया है। राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए एक-एक कार्यकर्ताओं जोड़ा है लेकिन पार्टी ने काम करने वालों को नजरअंदाज किया है।
भूपेश उपाध्याय ने कहा कि आम आदमी पार्टी की नीतियों पर भरोसा जता कर जिन पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने संगठन की मजबूत के लिए काम किया। पार्टी की कथनी और करनी में अंतर है। जिससे आहत होकर 90 प्रतिशत पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने कहा कि जो भी पदाधिकारी व कार्यकर्ता पार्टी छोड़ कर गए हैं। उनकी जल्द ही बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।