नई दिल्ली: दिल्ली में कार मालिकों की आज़ादी और मनमानी का यह हाल है की आम जनता को उसके चलते बेहद परेशानी का सामना है , कभी कभी ये हाल होता है की लोगों के दरवाज़े के सामने भी कार पार्क करके रात भर के लिए ग़ायब होजाते हैं , एक डाटा यह भी है की दिल्ली के थानों में २० % झगड़ों के मामले पार्किंग को लेकर ही होते हैं , और यहाँ 60 % से अधिक मकान मालिकों के पास कार है मगर पार्किंग स्पेस नहीं है . ऐसे में दिल्ली कार पार्किंग का इशू बहुत ही संवेदनशील है .
इस सम्बन्ध में दिल्ली सरकार और LG के सहयोग से यह संज्ञान लिया गया है कि अब पार्किंग स्थलों के समीप की सड़कों पर वाहन खड़े नहीं किए जा सकेंगे.नई पार्किंग नीति को लागू करने के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अधिकारियों को मौजूदा पार्किंग स्थलों के बगल की सड़कों को ‘नो पार्किंग जोन’ घोषित करने का निर्देश दिया.किन्तु इस सम्बन्ध में दूरी कि बारे में कोई सूचना नहीं दी गयी है की MCD पैड पार्किंग से कितनी दूरी पर वाहन को खड़ा किया जासकता है .
उप राज्यपाल ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कई अन्य निर्देश जारी किए. इसमें परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, मुख्य सचिव एमएम कुट्टी, पीडब्ल्यूडी प्रधान सचिव अश्वनी कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
बैजल ने नई नीति के क्रियान्वयन के दौरान लोगों को कम से कम असुविधा हो इसके लिए पर्याप्त पार्किंग सुनिश्चित करने पर फोकस करने के लिए कहा है.
हालांकि MCD और NDMC की पेड पार्किंग को दिल्ली में लगातार बढ़ती कारों की संख्या को देखते हुए नाकाफी बताया जारहा है ।पार्किंग से सम्बंधित लेफ्टिनेंट गवर्नर कि इस आदेश कि बाद कुछ राहत तो ज़रूर मिलेगी ।TOP BUREAU
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