नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी करार दी गईं शशिकला बुधवार को बेंगलुरु में सरेंडर कर सकती हैं. पार्टी से जुड़े सूत्रों ने जानकारी दी. वह देर रात पांच सितारा रिजॉर्ट से अपने आवास पोएस गार्डन लौंट आईं. चेन्नई शहर से सटे इस रिजॉर्ट में वह 100 से अधिक विधायकों के साथ सुबह से थी. कोर्ट का फैसला आने के बाद देर रात वह पहली बार जनता के सामने आईं. शशिकला ने भावुक संबोधन में कहा कि अगर वह जेल भी चली जाएं तो भी उनके विचार पार्टी के साथ ही रहेंगे. शशिकला ने कहा कि वह जहां भी रहें, चाहे जेल में, उन्हें पार्टी की ही चिंता रहेगी और उनके विचार पार्टी के साथ रहेंगे. उन्होंने कहा कि वह हमेशा पार्टी के बारे में ही सोचेंगी.
इससे पहले, सुबह साढ़े दस बजे कोर्ट ने शशिकला और उनके दो रिश्तेदारों को चार साल कैद की सजा भी सुनाई है. शशिकला पर 10 करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया है. इसके फैसले के साथ ही शशिकला के राजनीतिक करियर पर विराम लग गया है. उनके मुख्यमंत्री बनने की उम्मीदें समाप्त हो गई हैं. अब वह 10 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगी. सुबह साढ़े दस बजे फैसला आया. कोर्ट ने कहा कि हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट द्वारा छानबीन किए गए आयकर संबंधी दस्तावेजों की अलग से जांच नहीं की बल्कि सिर्फ बचाव पक्ष के आयकर रिटर्न के कागजातों पर गौर किया.
ट्रायल कोर्ट का यह कहना भी ठीक है कि दोषियों ने बड़े पैमाने पर कम कीमत पर विवादित और लोगों पर दबाव बनाकर अचल संपत्ति खरीदी. कई बार सरकारी नियमों का उल्लंघन किया गया और मुख्यमंत्री आवास पर ही रजिस्ट्री तैयार की गई.
वहीं आय से अधिक संपत्ति के मामले में आज शशिकला को दोषी ठहराये जाने के बाद तमिलनाडु में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के तहत उनके विश्वासपात्र समझे जाने वाले ई के पलानीस्वामी को पार्टी विधायक दल का नेता चुन लिया गया. उधर, अन्नाद्रमुक महासचिव वी के शशिकला ने कड़ा रख अख्तियार करते हुए आज बागी नेता ओ पनीरसेल्वम और 19 अन्य वरिष्ठ नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया.
शशिकला के खिलाफ पनीरसेल्वम के बगावती रख अख्तियार करने के बाद करीब एक सप्ताह से चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम में कार्यवाहक मुख्यमंत्री को निष्कासित किया जाने से सूबे की राजनीतिक में नया मोड़ आ गया है. अन्नाद्रमुक महासचिव ने पनीरसेल्वम को विश्वासघाती करार देते हुए उन पर द्रमुक के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया. शशिकला ने कड़ा रख अख्तियार करते हुए कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम ने ‘पार्टी की नीतियों के विरूद्ध काम किया है और पार्टी की छवि खराब की है.’ इसके बाद उन्होंने पनीरसेल्वम और उनके प्रति हमदर्दी रखने वाले नेताओं का निष्कासित कर दिया.