यूपी उपचुनावों में UP के मुख्यमंत्री योगी और उप मुख्यमंत्री मौर्य के सरकारी किले फिलहाल मिस्मार होगये हैं समाजवादी पार्टी द्वारा जीत हासिल करने के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बसपा सुप्रीमो मायावती के सहयोग के लिए उनके घर शुक्रिया अदा करने पहुंचे , जहाँ बबुआ का बुआ माया ने शानदार स्वागत किया , जीत से उत्साहित दोनों नेताओं में नई शक्ति , उत्साह और उल्लास देखते ही बनता था । यह मुलाकात मायावती के आवास पर बुधवार को हुई। मायावती ने अखिलेश यादव के लिए काले रंग की मर्सिडीज भेजी।
गोरखपुर और फूलपुर में समाजवादी पार्टी की जीत के बाद अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर वोटरों का शुक्रिया अदा किया और आगामी लोक सभा चुनाव में बीजेपी को इसी प्रकार पराजित करने की प्रेरणा भी दी । सूत्रों के मुताबिक बसपा नेताओं ने अखिलेश से मुलाकात की और उन्हें जीत के लिए बधाई दी।
सूत्रों के मुताबिक बसपा के राष्ट्रीय सचिव सतीश चंद्र मिश्रा और सांसद अशोक सिद्धार्थ की वजह से अखिलेश और मायावती की मुलाकात हुई। बसपा के इन दोनों नेताओँ ने अखिलेश और मायावती की मुलाकात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
याद रहे गोरखपुर से योगी CM आदित्य नाथ और फूलपुर से Dy . CM केशव प्रसाद मौर्य सांसद थे इन दोनों के सीट छोड़ने के बाद यहाँ मध्यवर्ती चुनाव कराये गए हैं .देश भर में होने वाले मध्यवर्ती चुनावों में बीजेपी को मिली करारी हार के बारे में हमें अलग अलग विश्लेषण मिले हैं , कुछ का मानना है , यह बीजेपी की policy और नाकाम व् बोगस हुकूमत के चलते देश की जनता का मैंडेट है जबकि कई का मानना है की यह बीजेपी की रणनीति का हिस्सा है , आपको याद होगा 2014 लोक सभा चुनाव में बीजेपी को मिला भारी बहुमत के बाद देश में EVM दुरोप्योग के आरोप सरकार पर लगाए जारहे थे और इसको मोदी लहर के साथ EVM लहर भी कहा गया .
ऐसे में ये शक जताया जारहा है की बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए देश की जनता को यह impression देना चाहती है की दरअसल 2014 की बीजेपी की ही जीत थी EVM का इस जीत में कोई रोल नहीं था . सच्चाई यही है कि देश में मध्यवर्ती चुनावों में बीजेपी को मिलने वाली हार उसकी नकारा पालिसी का हिस्सा रही है .जिसके विषय में चर्चा शुरू होगई है . टॉप ब्यूरो