देश की आज़ादी में भले कांग्रेस की भूमिका अहम और बीजेपी की पैदाइश आज़ाद भारत में रही हो किन्तु आज देश में जो माहौल है उसमें ऐसा दिखाया जाता है जैसे बीजेपी और संघ ही मानो स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य नायक रहे हों। मीडिया के इस दौर में जब तारीख के साथ खिलवाड़ करके नई नस्ल को गुमराह किया जायेगा तो यकीन करो देश के विकास पर इसके नकारात्मक प्रभाव पङेगे।
आज देश में अंग्रेजी साम्राज्य काल के सहयोगी दल और देश के स्वतंत्रता संग्राम के ग़ददारों के पास सत्ता है ।यह हमारा नहीं राजनीतिज्ञ विशेषग्यो का दावा है इस हादसे से सहज ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि आज देश में किस विचार धारा को प्रोत्साहित व प्रचलित किया जायेगा ।जबकि कांग्रेस का कार्यकाल भी राजनैतिक ,कूटनीतिक,आर्थिक व सामप्रादायिक दृष्टि से अच्छा नहीं रहा है । देश में एक अजीब कहानी है….
भाजपा के पास
विजय रुपाणी, जय शाह, शौर्या डोभाल, जयंत सिन्हा, आर के सिन्हा, मुकुल रॉय, सुखराम, सुशील मोदी, रेड्डी ब्रदर्स, यदुरप्पा, महेश शाह, अनार पटेल, रमन सिंह, अमित शाह इत्यादि #भ्रष्टाचार के आरोपी नेता है,
फिर भी वह देश की सबसे “ईमानदार पार्टी” है ?
भाजपा के पास…
आसाराम, गुरमीत राम-रहीम, राघव जी और सेक्स कांड में फँसे सैकड़ों बाबाओं और नेताओं का साथ और आशिर्वाद रहा है, फिर भी वह देश की सबसे “चरित्रवान पार्टी” है ?
भाजपा के पास…
संघ के आतंकी संगठन, अजमेर ब्लास्ट के सजायाफ्ता संघी, कर्नल पुरोहित, दयानंद पांडे, साध्वी प्रज्ञा और ISI के ध्रुव सक्सेना जैसे 36 एजेन्ट देश की जासूसी करते और आतंकवादी घटना करते पकड़े गये फिर भी वह देश की सबसे “देश भक्त पार्टी” है ?
भजपा के पास…
पियूष गोयल, पंकजा मुंडे, पूनम महाजन, उद्धव ठाकरे, पंकज सिंह, अनुराग ठाकुर, चिराग पासवान, पूरा बहुगुणा खानदान, आशुतोष टंडन, और सैकड़ो अन्य नेताओं के पुत्र विधायक सांसद हैं या राजनीति में महत्वपुर्ण पद पर हैं फिर भी भाजपा राजनीति में “वंशवाद की विरोधी” है ?
भाजपा के पास….
तमाम गालीबाज साध्वी, योगी जी, संगीत, साक्षी,स्वामी हैं फिर भी भाजपा इस देश की “संस्कार” वाली पार्टी है !
इस देश में सारे दंगों में भाजपा या संघ शामिल रही है फिर भी वह इस देश मे “सबका साथ, सबका विकास” की बात करने वाली पार्टी है !
कभी गंगा मैया, कभी गौ माता, कभी वंदे मातरम, कभी जय श्री राम के नाम पर वोट मांगती है फिर भी धार्मिक नहीं राजनीतिक पार्टी है !
हमें खुशी होती यदि गंगा ,गाय और देश के प्रति आज का तथाकथित राष्ट्रवादी देश के प्रति वफादार होता। और इस बात का इतमिनान होता कि देश सही हाथों में है,परन्तु स्तिथि प्रतिकूल है। जो देश को विनाश की ओर ले जा रही है। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि सत्ता पक्ष की किसी भी देश विरोधी नीति या राजनीतिक चूक से तुरंत उसे अवगत कराया जाये,अन्यथा किसी भी अनहोनी के लिए हम भी बराबर के जिम्मेदार होगे।
देशहित में इसे शेयर करके इस सवाल का जवाब ढूँढिए….!!