नई दिल्ली। महाराष्ट्र सरकार से विपक्ष ने मांग की है कि सरकार किसानों का कर्जमाफी दे। इन दिनों महाराष्ट्र विधान मंडल का बजट सत्र चल रहा है। राज्य में किसानों के कर्जमाफी को लेकर विपक्ष अपने रुख पर अड़ा है। वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विपक्ष की इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया।
कर्जमाफी के मुद्दे पर विपक्ष के आक्रामक रुख के चलते सत्र में एक भी दिन काम नहीं हो सका है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि अगर यूपी में बीजेपी की सरकार आई तो वह सबसे पहले किसानों का कर्ज माफ करेगी। विपक्षी दलों की मांग है कि यूपी के तर्ज पर महाराष्ट्र के किसानों का भी कर्ज राज्य सरकार को माफ करना चाहिए।
महाराष्ट्र के किसानों को भी कर्जमाफी दिलाने की मांग कर रहे विपक्षी दलों को राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दो टूक सुना दिया है कि कर्ज़माफ़ी देंगे तो विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं बचेगा। अकेले राज्य की इतनी क्षमता भी नहीं है। राजधानी मुंबई में महाराष्ट्र विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा है।
16 फरवरी को कांग्रेस विधायकों ने भारतीय स्टेट बैंक मुख्यालय में घुसकर नारेबाजी की। एसबीआई प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य ने बुधवार को कहा था कि किसानों की कर्जमाफी से वित्तीय अनुशासन बिगड़ जाएगा। कांग्रेस एसबीआई प्रमुख के इस बयान का विरोध किया है। साल 2010 से लेकर 2014 तक करीब 16 हजार किसान महाराष्ट्र में आत्महत्या कर चुके थे।